एक मूल पक्ष के दो भागों की कल्पना को ही “माता-पिता ' कहते हैं।
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एक मूल पक्ष के दो भागों की कल्पना को ही “माता-पिता ' कहते हैं।
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इसे समझने के लिए हमें निर्धनता के मूल पक्ष पर ध्यान देना होगा.
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के खिलाफ मुंबई हाई कोर्ट के मूल पक्ष में एक रिट दायर किया था इस प्रार्थना के साथ कि
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इसका मूल पक्ष पयांगयांग की यह इच्छा है कि उसे अमरीकी विदेश मंत्रालय की आंतकवाद को बढ़ावा देने वाले देशों की सूची से हटा दिया जाये।
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किसी तीसरे पक्ष द्वारा इस पर अधिकार नहीं जताया जा सकता, जिसके कब्जे में माल है उन सेवाओं के लिए जिसे मूल पक्ष द्वारा किया जाना चाहिए;; और अगर चल-संपत्ति ऋणदाता को अध्यर्पित कर दी जाती है तो लियन की हकदारी हरदम के लिए समाप्त हो जाती है (इसके सिवाय कि जब सभी पक्ष इस बात पर राजी हों कि ऋणदाता अस्थायी रूप से ग्रहणाधिकार पर पुनः अधिकार रख सकता है).